-अभी तक पहेली बना है इस कुंड का रहस्य
एम4पीन्यूज।
कुरदत के भीतर कई राज छुपे हैं। इंसान सदियों से इन राजों को जानने की कोशिश करता रहा है, लेकिन कई राज ऐसे हैं जिनपर से अब तक पर्दा नहीं हट पाया है। सच और रहस्य की इस दूरी को कम या खत्म करने का सिलसिला बहुत पुराना है। ऐसा ही एक रहस्य है झारखंड के बोकारो जिले का ये कुंड।
ऐसा कुंड जहां ताली बजाने से पानी अपने आप निकल आता है। तालाब में पानी इतनी तेजी से निकलता है मानो किसी बर्तन में पानी उबल रहा हो। इतना ही नहीं इस कुंड की खासियत है कि यहां सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा पानी निकलता है। बोकारों शहर से 27 किमी दूर इस अनोखे कुंड में नहाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
यहां स्नान करने से चर्म रोग हो जाता है दूर :
यहां गर्मियों में ठंडा तो सर्दियों में बिल्कुल गर्म पानी आता है। कुंड के साथ लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। लेकिन यह सच है कि बोकारो से 27 किलोमीटर दूर इस अनोखे कुंड में स्नान के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। मान्यता है कि इस कुंड में नहाने से लोगों की मन्नतें भी पूरी हो सकती है। यही नहीं, झारखंड में दूर-दूर तक प्रसिध्द इस कुंड के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों का मानना यह भी है कि इसमें एक बार स्नान करने के बाद लोगों की चर्म रोग संबंधी समस्या भी दूर हो जाती है।
इस पानी में जो भी मन्नत मांगता है उसकी सारी मन्नतें पूरी हो जाती है। इस तालाब से निकलने वाला पानी जमुई नामक नाले से होता हुआ गरगा नदी में जाता है। इस तालाब को दलाही कुंड के नाम से भी जाना जाता है। यह जलाशय कंक्रीट की दीवार से घिरा हुआ है इस कुंड का जल एकदम साफ है और यह पानी औषधियों से भरा हुआ है।
कुंड के पानी पर शोध भी हुआ है :
इस कुंड पर किए गए शोध से पता चला कि ऐसी जगहों पर पानी बहुत नीचे होता है अगर लोग कहते है कि इस पानी से स्नान करने से चर्म रोग दूर होते हैं तो यानि इस पानी में कोई ना कोई चीज मिली हुई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि ताली बजाने से पानी में ध्वनि तरंगों की वजह से पानी पर असर पड़ता है लेकिन यह उपर कैसे आता है यह पता अभी नहीं चल पाया है।