एम4पीन्यूज। चंडीगढ़
हिमाचल की वादियां बर्फ की चादर से सफेद हो गई हैं। शिमला के साथ-साथ कुफरी, नाल देहरा, चायल आदि पर्यटन स्थलों पर भी रिकाॅर्ड बर्फबारी हुई है। पूरे देश से बड़ी संख्या में लोग हिमाचल का रुख कर रहे हैं। हालांकि शिमला में बर्फबारी के कारण अधिकतर स्थानों पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है।
जानकारों का कहना है कि सैलानियों को अगर बर्फबारी का लुत्फ उठाना है तो शिमला, कुफरी, चायल और नाल देहरा के बजाय कुछ निचले क्षेत्रों में जाकर भी बर्फबारी का आनंद ले सकते हैं। शनिवार को ट्राईसिटी से लोग शिमला के लिा निकल तो रास्ते में कहीं पेड़ गिरे थे तो कहीं पर सड़क टूटी हुई थी। लोग 10-12 घंटे ट्रैफिक में फंसकर बिना शिमला पहुंचे वापस अपने घर लौट आए।
बड़ोग: दूरी – 60 किलोमीटर
बड़ोग एक ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है। बड़ोग सोलन के करीब है। यहां पर भी आप बर्फबारी का लुत्फ सुरक्षित तरीके से उठा सकते हैं। बड़ोग में भी बर्फबारी हुई है। यहां पर शनिवार शाम 6 बजे तक बर्फबारी हुई। यहां पर सड़क पर आवाजाही की फिलहाल कोई दिक्कत नहीं है। बर्फ के गोलों का आनंद ले आराम से वापस आ सकते हैं।
कसौली: दूरी – 58 किलोमीटर
कसाैली में भी जमकर बर्फ गिरी है। यहां पर मंकी पॉइंट, कसौली माॅल रोड के अलावा घने जंगल हैं जिन्होंने बर्फ की सफेद चादर आेढ ली है। यहां पर अगर आप रविवार को भी जाएंगे तो भी आपको बर्फ देखने को मिल सकती है।
डगशई: दूरी – 55 किलोमीटर
धर्मपुर और बड़ोग के बीच स्थित डगशई भी एक सुंदर और ऐतिहासिक शहर है। इसे अंग्रेजों ने बसाया था। यहां पर भी बर्फबारी हुई है। यहां पर एक ऐतिहासिक जेल है। जहां पर हमारी स्वतंत्रता को बंधक बनाकर रखा जाता था। यहां रोड जाम की कोई दिक्कत नहीं है। आप दिन में जाकर आराम से वापस आ सकते हैं।
नाहन: दूरी – 80 किलोमीटर
चंडीगढ़ से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नाहन और इससे 40 किलोमीटर आगे रेणुका जी एक सुंदर तीर्थ स्थल है। नाहन के करीब लगते पहाड़ों पर भी बर्फबारी हुई है। अगर आप सुरक्षित सफर तय करके बर्फबारी का लुत्फ उठा सकते हैं। सोलन से 80 किलोमीटर दूर चूड़धार भी एक सुंदर पर्यटन स्थल है। यहां 5 फीट के करीब बर्फबारी हुई है।