एम4पीन्यूज। चंडीगढ़
अब तक राजनीति में लोगों पर कीचड़ उछालने का मुहावरा चलता था लेकिन अब जूता उछालने का नया प्रचलन देखने में आ रहा है तथा लगता है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में कीचड़ की जगह जूते ले रहे हैं।
विधानसभा हलका लंबी के गांव छोटा रत्ताखेड़ा में चुनावी सभा के दौरान सीएम प्रकाश सिंह बादल फेंके गए जूते ने चुनावी माहौल ही बदल दिया। बादल ने तत्काल कहा-मुझे किसी पर कोई कार्रवाई नहीं करनी।
जानें किसने शुरू किया था जूता फैंकने का ट्रेंड :
जूता फेंकने का यह सिलसिला एक इराकी पत्रकार द्वारा शुरू माना जा सकता है जिसने पिछले साल बगदाद में एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश पर गुस्से में जूता फेंका था।
इराक से लंबा सफर तय करके बहुत कम समय में यह ट्रेंड भारत पहुँच गया है। सिख पत्रकार जरनैल सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस उम्मीदवार जगदीश टाइटलर को 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में सीबीआई की ओर से क्लीन चिट मिल जाने के मुद्दे पर गृहमंत्री पी. चिदंबरम की ओर जूता उछाल दिया था। यह बात अलग है कि जूता चिदंबरम के पास से निकल गया और इसके नतीजतन कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को अपनी उम्मीदवारी गँवानी पड़ी।
जूता उछलते ही उछला बादल का सर्चिंग ग्राफ :
सीएम प्रकाश सिंह बादल पर लंबी में जूता क्या उछला, इंटरनेट पर उन्हें सर्च करने वालों की लंबी लाइन लग गई। बुधवार सुबह तक केजरीवाल को सर्च करने वालों की तादाद अच्छी खासी थी लेकिन बादल पर जूता फेंकने की खबर के बाद अचानक सर्च इंजन की बयार बदली और प्रकाश सिंह बादल ज्यादा सर्च किए गए।
गूगल ट्रेंड्स पर गौर करें तो बुधवार दोपहर सीएम बादल पर जूता फेंकने की घटना का असर इंटरनेट पर दोपहर बाद से देर शाम तक साफ दिखाई दिया। इस दौरान सीएम बादल को शाम 4.50 बजे तक जहां 65 लोगों ने सर्च किया वहीं, सवा पांच बजे तक इनकी संख्या बढ़कर 100 हो गई। इसके बाद ग्राफ थोड़ा धीमा हुआ लेकिन शाम साढ़े सात बजे इसमें फिर तेजी देखने को मिली।
ट्विटर पर जूतम पैजार :
लोग खुद ही तय करें कि इस हमले के पीछे कौन है। ये वही असामाजिक तत्व हैं जो पंजाब का माहौल बिगाड़ कर इसे कश्मीर बनाना चाहते हैं। विरोधी हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ें लेकिन इस तरह सूबे की शांति भंग न करें। -डिप्टी सीएम, सुखबीर बादल
बादल साहब ने पंजाब की सेवा में अपना पूरा जीवन लगा दिया। मेरी लोगों से अपील हैं कि वे बादल साहब को वोट देकर इस कायरतापूर्ण हमले का जवाब दें। शांति भंग करने वालों के मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे। -केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल
सत्ता के लिए आम आदमी पार्टी कुछ भी कर सकती है। सीएम पर जूता फेंकना उसकी कायरता को दर्शाता है। -मनजिंदर सिंह सिरसा, शिअद प्रवक्ता
अपने ऊपर जूता फिंकवाकर अकाली दल वाले ड्रामा कर रहे हैं। -संजय सिंह, आप नेता
केजरीवाल को पछाड़ बादल आगे :
दिलचस्प बात यह भी है कि मंगलवार दोपहर से बुधवार सुबह तक लोगों ने बादल के बजाय केजरीवाल के बारे में अपडेट सर्च किए। दरअसल, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को जैसे ही बलौंगी रैली में लोगों से केजरीवाल को सीएम समझ मतदान करने की अपील की, उन्हें सर्च करने वालों की तादाद बढ़ गई। बुधवार दोपहर केजरीवाल का ग्राफ चरम पर पहुंचा और उन्हें सर्च करने वालों ने 100 का आंकड़ा छू लिया। यह बात अलग है कि इसके बाद सीएम बादल ने उन्हें पछाड़ा और दोपहर 2.35 बजे बादल को 47 जबकि केजरीवाल को 14 लोगों ने सर्च किया। रात आठ बजे तक दोनों नेताओं में ग्राफिकल घमासान जारी था। 8.02 बजे केजरीवाल को 100 लोगों ने जबकि 8.17 बजे बादल को 98 लोगों ने सर्च किया।