एम4पीन्यूज। हिमाचल
हिमाचल प्रदेश में हर साल फाल्गुन महीने की शुरुआत से एक दिन पहले होने वाले एक कार्यक्रम पर देशभर की निगाहें रहती हैं। इस दिन यहां लाखों की संख्या में लोग जुटते हैं। इस दिन ये नजारा 11 फरवरी को देखने मिलेगा। जब यहां भविष्यवाणी की जाएगी की आने वाला समय कैसा रहेगा।
हिमाचल प्रदेश में देव संस्कृति और आस्था आज भी जिंदा हैै। इस आस्था के पीछे कुछ ठोस आधार हैं जो व्यक्ति के विश्वास को बढ़ाते हैं। देव शक्ति का ऐसा ही एक अदभुत नजारा कुल्लू जिला के बंजार उपमंडल के मरौड़ गांव में फाल्गुन मास की पूर्व संध्या पर 11 फरवरी की रात को देखने को मिलेगा। तीन माह के स्वर्ग प्रवास के बाद कुल्लू जिला के प्रसिद्ध देवता छमांहु नाग वापस लौटेंगे। तब मरौड़ गांव में जोगणी के गुर देव भविष्यवाणी करेंगे।
लगभग तीन घंटे तक चलने वाली इस भविष्यवाणी के लाखों लोग गवाह बनेंगे। सांय काल के समय देव धुनों के साथ देव झुणा का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद देव हुआरों के साथ देवता को स्वर्ग प्रवास से वापस बुलाने की प्रक्रिया की जाएगी।
हजारों साल पुरानी है परंपरा
देवता के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि प्रति वर्ष फाल्गुण मास की पूर्व संध्या पर होने वाली इस भविष्यवाणी की परंपरा हजारों साल पुरानी है। उन्होंने कहा वैसे तो यह भविष्यवाणी तीन जिला के कई गांव से संबंधित होती है लेकिन जो गांव साफ -सुथरा न हो या जहां पर मदिरा आदि का सेवन ज्यादा होता हो उन गांवों की कोई भी भविष्यवाणी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि देव परंपरा हजारों साल पुरानी परंपरा है। लेकिन आज समाज के बदलते परिवेश में आज लोग इस परंपरा से विमुख होते जा रहे हैं।
ऐसे होती है भविष्यवाणी
कई घंटों की देव प्रक्रिया के बाद लगभग मध्य रात्रि के समय जोगणी के गुर को देवता के रथ के समक्ष बाकायदा बिस्तर बना कर दिया जाएगा और पूरे कमरे की बिजली बुझा दी जाएगी। कुछ समय बाद जोगणी का गुर वेसुध अवस्था में चला जाएगा और यहीं से शुरू हो जाएगा भविष्यवाणी का क्रम। इस पूरे क्रम में कोई भी व्यक्ति किसी तरह की न तो कोई बात करेगा और न ही किसी तरह की कोई अवाज करेगा। यदि इन तीन घंटों में किसी व्यक्ति को खांसी या छींक आ गई तो भविष्यवाणी वहीं रुक जाएगी।
इस भविष्यवाणी के दौरान एक हैरान करने वाली और घटना भी होती है । यूं तो देव भविष्यवाणी का यह क्रम एक ही गुर के माध्यम से किया जाता है लेकिन सुनने वाले को लगता है कि तीन लड़कियां इस भविष्यवाणी को लोगों को बता रही हैं।
इस भविष्यवाणी के दौरन देवता द्वारा हर घर के गृह क्लेश सुख शांति, आय व्यय तथा आने वाले साल में खेत फसल, फल-फूल, कहां कितने बालक जन्म लेंगे कहां कितने लोगों की मृत्यु होगी, इस पर भी सटीक भविष्यवाणी की जाएगी।