एम4पीन्यूज।
ऑनलाइन पेमेंट के क्षेत्र में दुनिया में पहली बार एक ऐसा बार कोड जारी हुआ है, जो किसी भी भुगतान कंपनी की मशीन से रीड किया जा सकेगा। ‘भारतक्यूआर’ ऐसा ही बारकोड है। इसके बाद दुकानों में प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) के बिना भी ऑनलाइन भुगतान लिया जा सकेगा। यही नहीं अगर शोरूम बड़ा है और भुगतान के कई काउंटर हैं तो हर काउंटर पर पीओएस की जरूरत होती है, लेकिन भारतक्यूआर को सभी जगह पर लगा कर बिना पीओएस के ऑनलाइन भुगतान संभव है। इससे दुकानदारों की कास्ट में कमी आएगी।
नोटबंदी के बाद ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार तेजी से काम कर रही है। इसके पहले BHIM ऐप जारी किया था। इस ऐप में भी सुविधा है कि यह हर बैंक के ऑनलाइन पेमेंट को कर सकता है। भारतक्यूआर इससे भी आगे की तकनीकी प्लेटफार्म है।
क्या होता है क्यूआर कोड?
क्विक रिस्पांस कोड (क्यूआरकोड) उनको कहते हैं जो मशीन से पढ़े जा सकते हैं। यह जहां पर यूज किए जाते हैं, उसकी पूरी जानकारी इसमें कोड में दर्ज होती है। उदाहरण के लिए शोरूम में हम जब सामान खरीदते हैं, तो दुकानदार वस्तु पर बने निशान को मशीन के सामने जैसे ही लाता है, मशीन पर पूरी जानकारी के अलावा उसका दाम भी आ जाता है।
ऑनलाइन भुगतान में कैसे काम करता है क्यूआर कोड?
क्यूआर कोड की मदद से ऑनलाइन पेमेंट में प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन की जरूरत खत्म हो जाती है। लेकिन इसके लिए जरूरी है क्यूआर कोड उसी कंपनी का हो जिस माध्यम से पेमेंट किया जा रहा है। जैसे अगर आप के पास पेटीएम है तो आप उसी दुकानदार को ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं जिसके यहां पर पेटीएम का बार कोड हो। अगर आपके पास पेटीमए है और दुकानदार के पास और किसी दूसरी ऑनलाइन कंपनी का बारकोड है तो आप उस दुकान पर डिजिटल पेमेंट बारकोड के माध्यम से नहीं कर सकते हैं।
भारतक्यूआर क्यों है दुनिया में सबसे अलग
भारतक्यूआर दुनिया का पहला ऐसा बारकोड है, जिसे देश की सभी ऑनलाइन भुगतान कंपनियों की मशीनों से पढ़ा जा सकेगा। इसके बाद दुकानदार अपने शोरूम पर केवल भारतक्यूआर को लगा कर सभी कंपनियों से पेमेंट ले सकेगा। इसे मास्टर कार्ड, वीसा, नेशनल पेमेंट्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने संयुक्त रूप से विकसित किया है।
भारतक्यूआर से जुड़े बैंक
फिलहाल एक्सिस बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, सिटी यूनियन बैंक, डेवलपमेंट क्रेडिट बैंक, करूर वैश्य बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआइ्रसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, आरबीएल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, विजया बैंक और यस बैंक भारतक्यूआर से जुड़ चुके हैं।
अभी दो बैंकों के ऐप ही भारतक्यूआर से जुड़े
अभी एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के ऑनलाइन भुगतान एप ही भारतक्यूआर से जुड़े हैं। बाकी बैंक और भुगतान कंपनियां इस सुविधा से जुड़ने के लिए बातचीत कर रही हैं।
सुरक्षा के लिए बढ़ाया जा सकता है पिन नम्बर
भारतक्यूआर से भुगतान के दो माध्यम विकसित किए गए हैं। एक में बिना पिन नम्बर के सीधे भारतक्यूआर को रीड करके भुगतान किया जा सकता है। दूसरे विकल्प में दुकानदार चाहे तो पिन नम्बर की सुविधा को जोड़ सकता है। ऐसे में एक पिन जेनरेट होगा और उसको डालने के बाद भुगतान किया जा सकेगा। जहां तक सुरक्षा की बात है तो इस पेमेंट में बैंक और अन्य डिटेल कहीं भी ऑनलाइन सेव नहीं किए जाते हैं।
हर मोबाइल फोन से नहीं हो सकेगा इसका इस्तेमाल
भारतक्यूआर कोड को पढ़ने के लिए स्मार्ट फोन की जरूरत होगी। इसके माध्यम से ही क्यूआर कोड को पढ़ा जा सकेगा। ऐसे में स्मार्ट फोन के अलावा किसी अन्य मोबाइल फोन से इसका इस्तेमाल नहीं हो सकेगा।