एम4पीन्यूज|
तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा से चीन बुरी तरह भड़का हुआ है. शांति दूत की यात्रा को लेकर चीन ने सीधे भारत को धमकी देना भी शुरू कर दिया है. चीन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि भारत को दलाई लामा की यात्रा को लेकर कदम तुरंत रोकना चाहिए. चीन ने कहा कि दलाई लामा की यात्राओं से बॉर्डर इलाकों में तनाव बढ़ेगा. चीन ने इस मामले में बीजिंग में भारतीय राजदूत को बुलाकर विरोध दर्ज कराया. गौरतलब है कि भारत ने चीन की आपत्तियों पर साफ कहा था कि आंतरिक मामलों में किसी का दखल बर्दाश्त नहीं.
दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि चीन की चिंता के बावजूद भारत ने दलाई लामा की यात्रा को मंजूरी दी. इससे दोनों देशों के संबंधों को नुकसान पहुंचेगा.
अगर मुझे कोई दुष्ट समझता है तो परवाह नहीं: दलाई लामा
इस बीच, चीन की आपत्तियों पर खुद तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने प्रतिक्रिया दी है. अरुणाचल में दलाई लामा ने कहा कि अगर कोई मुझे दुष्ट समझता है तो मुझे इसकी परवाह नहीं. बोमडिला में दलाई लामा ने कहा कि चीन में कई लोग भारत को प्रेम करते हैं लेकिन कई राजनीतिज्ञ संकीर्ण सोच के हैं. वे मुझे दुष्ट के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश करते हैं. मुझे इसकी परवाह नहीं है.
क्यों दलाई लामा के विरोध में है चीन?
गौरतलब है कि तिब्बत से निर्वासित आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा चार दशकों से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रहते हैं. चीन अरुणाचल के तवांग को अपना हिस्सा मानता है जिसकों लेकर भारत के साथ लंबे समय से तनाव चला आ रहा है. चीन दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा का विरोध करता रहा है.
‘चीन को परेशान करने के लिए दलाई लामा का तवांग दौरा’
इससे पहले चीन की सरकारी मीडिया में भारत पर आरोप लगाए गए थे. चीनी मीडिया ने कहा था कि भारत बीजिंग को परेशान करने के लिए दलाई लामा के तवांग दौरे का इस्तेमाल कर रहा है तथा नई दिल्ली को तिब्बत से संबंधित अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धताओं का पालन करना चाहिए. चीनी अखबार ने एक विशेषज्ञ के हवाले से कहा, ‘भारत दलाई लामा की यात्रा का इस्तेमाल चीन को परेशान करने के लिए कर रहा है.’ विशेषज्ञ ने कहा, ‘भारत को तिब्बत से संबंधित मुद्दों को लेकर चीन से की गई अपनी प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरना चाहिए.’
चीन को भारत की दो टूक
चीन की इन आपत्तियों पर भारत ने सीधा जवाब दिया है. दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर उपजे विवाद के बीच भारत ने चीन से कहा कि चीन भारत के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करे. भारत ने कहा कि वह ‘एक चीन’ नीति का सम्मान करता है और चीन से भी इसी तरह की उम्मीद रखता है. गृह राज्यमंत्री किरण रिजीजू ने कहा कि उनकी अरुणाचल यात्रा पूरी तरह धार्मिक है और इसका कोई राजनीतिक तात्पर्य नहीं निकाला जाना चाहिए.