एम4पीन्यूज|गुडगांव
 यहां सोहना रोड के भौंडसी स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे का मर्डर हो गया। शुक्रवार सुबह दूसरे बच्चों ने उसे टॉयलेट के बाहर देखा। तब वह जिंदा था। पंद्रह मिनट पहले ही पिता उसे स्कूल छोड़कर आए थे। बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। बच्चे पर इतने धारदार हथियार से हमला किया गया कि उसका गला और एक कान पूरी तरह कट गया। बच्चे का नाम प्रद्युम्न था। वह दूसरी क्लास में पढ़ता था। पुलिस मर्डर के पहलू से ही इस घटना की जांच कर रही है। पुलिस एक बस कंडक्टर, ड्राइवर और एक स्कूल स्टाफ को संदिग्ध मानते हुए हिरासत में लिया है।
– प्रद्युम्न गुड़गांव के शामकुंज में रहता था। मूल रूप से बिहार के रहने वाले उसके पिता वरुण ठाकुर गुड़गांव में ओरिएंट क्राफ्ट कंपनी में क्वालिटी मैनेजर हैं।
– पिता के मुताबिक, मैंने सुबह 7:55 बजे प्रद्युम्न को स्कूल छोड़ा था। वह बहुत खुश था। सुबह 8:10 बजे यानी पंद्रह मिनट बाद स्कूल मैनेजमेंट ने मुझे फोन कर बताया कि बच्चे की तबीयत खराब हो गई है और उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। जब तक हम मौके पर पहुंचे, प्रद्युम्न की मौत हो चुकी थी।
– वरुण ने कहा कि स्कूल मैनेजमेंट ने मुझे सही जानकारी नहीं दी। यदि वे बेटे को सही समय पर अस्पताल ले गए होते तो उसकी जान बच सकती थी।
– उन्होंने कहा, “ये मर्डर का मामला है। ये कैसे हुआ? ये मुझे पता नहीं पता। लेकिन ये जानता हूूं कि ये हत्या है। जो लोग जिम्मेदार हैं, उन पर तुरंत एक्शन क्यों नहीं हुई? अगर कोई पिता अपने बच्चे को आठ घंटे के लिए स्कूल छोड़ेगा तो किस भरोसे के साथ छोड़ेगा।’’
बच्चे ने टॉयलेट से बाहर आने की कोशिश की
– पुलिस ने प्रद्युम्न की बॉडी के पास से चाकू भी बरामद किया। उसकी गर्दन पर कई निशान भी मिले हैं।
– शुरुआती जांच में पुलिस इसे हत्या का मामला मान रही है। पुलिस स्कूल में लगे 30 सीसीटीवी के फुटेज खंगाल रही है।
– पुलिस के मुताबिक, हमले के बाद बच्चे ने जूझते हुए टॉयलेट के बाहर आने की कोशिश की। उसी वक्त दूसरे बच्चों ने उसे देखा। बच्चों ने स्कूल के माली को बताया और फिर स्कूल मैनेजमेंट बच्चे को हॉस्पिटल ले गया।
बच्चे पर नजर रखी जा रही थी?
– कुछ बच्चों ने बताया कि प्रद्युम्न हर दिन स्कूल आने के बाद क्लास में जाने से पहले टॉयलेट जाता था। माना जा रहा है कि हमला करने वाले को उसकी ये आदत पता थी।
– ये भी कहा जा रहा है कि मर्डर में जिस चाकू का इस्तेमाल हुआ, वह एकदम नया था।
स्कूल ने क्या कहा?
– स्कूल की केयरटेकर नीरजा बत्रा ने कहा, ”जब हमने बच्चे को देखा तो वह खून से लथपथ था। वह जिंदा था। हमने एक मिनट भी नहीं गंवाया। हम उसे तुरंत अस्पताल ले गए। पुलिस जांच कर रही है। जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि स्कूल में चाकू कैसे आया?”
चाइल्ड राइट्स कमीशन भी स्कूल पहुंचा
– कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स के के. कृष्णन ने कहा कि हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। हमने एक टीम स्कूल में भेजी है।
पैरेंट्स ने दिया धरना
– घटना के बाद गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर के ऑफिस के बाहर कई पैरेंट्स ने धरना दिया। उन्होंने प्रद्युम्न के परिवार के लोगों को इंसाफ दिलाने की मांग की।
– गुस्साए लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ भी की।

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