एम4पीन्यूज़ | उत्तरप्रदेश
समाजवादी पार्टी के मुखिया ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी से आउट कर दिया। इसके चलते अखिलेश यादव की मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में पड़ गई है। हालांकि अखिलेश यादव के पास 175 विधायकों का समर्थन है लेकिन मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्हें 202 विधायकों के समर्थन की दरकार है।
मुलायम की इस कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लखनऊ स्थित आवास के बाहर समर्थकों का जमावड़ लग गया है। वैसे सुबह से ही कयास लगाए जा रहे थे कि समाजवादी पार्टी में बड़ा बवंडर शायद ही थमे। पहले प्रत्याशियों की एक लिस्ट और बाद में दूसरी लिस्ट के चलते पिता व पुत्र में खींचतान चरम पर थी। उसपर समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने बिना मुलायम की अनुमति के ही राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने का ऐलान कर आग में घी डाल दिया।
रामगोपाल की तो कुर्सी गई ही, मुलायम ने अपने पुत्र को भी पार्टी से निकाल बाहर किया। मुलायम का कहना है कि पार्टी को बचाने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है। अब अखिलेश यादव को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। सबकी निगाहें अब अखिलेश यादव के अगले कदम पर टिकी हैं। अगर अखिलेश यादव अपनी कुर्सी नहीं बचा पाते हैं तो उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन के आसार बन सकते हैं।