एम4पीन्यूज।
केंद्र सरकार कश्मीर घाटी से देश को रेलवे से जोड़ने के लिए तेजी से योजनाओं को आगे बढ़ा रही है। इन योजनाओं के चलते जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से दिल्ली की दूरी महज 14 घंटे की होगी। दिल्ली से श्रीनगर को सीधे जोड़ने वाली रेलवे लाइन अगले 4 सालों में शुरू हो सकती है। इसे कश्मीर को लेकर मोदी सरकार का सबसे बड़ा फैसला माना जा रहा है। इस योजना पर 10,000 करोड़ रुपये की बड़ी रकम खर्च होगी और हर मौसम में घाटी तक पहुंच आसान होगी। रेल मंत्री सुरेश प्रभु निजी तौर पर इस प्रॉजेक्ट की निगरानी कर रहे हैं।
जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक का 326 किलोमीटर का दो-तिहाई हिस्सा लगभग तैयार हो चुका है। अब जम्मू क्षेत्र के कटरा से कश्मीर घाटी के बनिहाल के बीच 111 किलोमीटर के रूट के निर्माण की जरूरत है। इसके लिए रेल मंत्रालय ने फंड आवंटित किया है और स्पेशल मॉनिटरिंग टीम बनाई है। श्रीनगर के रास्ते बनिहाल बारामूला से जुड़ता है, जबकि कटरा के रास्ते जम्मू को उधमपुर से जोड़ा जाएगा। कटरा-बनिहाल प्रॉजेक्ट को देश के रेल के इतिहास में सबसे अहम और जटिल योजना माना जा रहा है। इस लाइन पर कुल 27 पुल, 37 सुरंगें होंगी। इस लाइन पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल बनेगा।
इसके अलावा 12 किलोमीटर लंबी एशिया की सबसे लंबी रेल सुरंग का निर्माण भी इस रूट पर होना है। एक सीनियर सरकारी अफसर ने कहा, ‘इससे सिर्फ यात्रियों के लिए ही आसानी नहीं होगी बल्कि घाटी में टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा घाटी तक माल की आवाजाही भी आसान हो सकेगी। इससे जम्मू-कश्मीर में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।’ अधिकारी ने कहा कि यह रेल प्रॉजेक्ट जम्मू-कश्मीर को हर मौसम में पूरे देश से जोड़ेगा। यह योजना केंद्र सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है।