एम4पीन्यूज| दिल्ली
यदि आपने मेल या एक्सप्रेस ट्रेन का टिकट बुक किया है और आपका नाम वेटिंग लिस्ट में रह जाता है तो आपको एक अप्रैल से राजधानी या शताब्दी ट्रेनों में सफर करने का मौका मिल सकता है, बशर्ते कि आपने टिकट बुक कराते समय विकल्प चुना हो. दरअसल, रेलवे एक अप्रैल से एक नई योजना शुरू कर रहा है. इसके तहत प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को अगली वैकल्पिक ट्रेन में कंफर्म सीट मिल सकती है. इस योजना के मुताबिक यात्रियों से कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लिया जाएगा, ना ही किराए में अंतर के लिए कोई रिफंड (रकम वापसी) दिया जाएगा. विकल्प नाम की इस योजना के तहत सभी मुख्य मार्गों पर राजधानी, शताब्दी, दुरंतो या सुविधा जैसी अन्य विशेष सेवा वाली ट्रेनों में खाली रह चुकी सीटों को भरा जाएगा.
गौरतलब है कि रेलवे ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत विकल्प टिकट योजना अभी दिल्ली-हावड़ा, दिल्ली-चेन्नई, दिल्ली-मुम्बई और दिल्ली-सिकंदराबाद के बीच चलने वाली सभी ट्रेनों के साथ-साथ देशभर में तकरीबन 150 ट्रेनों में ये सुविधा उपलब्ध है. पायलेट प्रोजेक्ट में काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. इस वजह से रेल मंत्रालय ने अब इसे देश भर की सभी ट्रेनों में लागू करने का फैसला किया है. इससे जहां एक तरफ ट्रेन में अब वेटिंग टिकट के साथ सफर करने की परेशानी खत्म हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ रेलवे को अच्छी कमाई होगी. फ्लैक्सी फेयर की वजह से शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में कई रूटों पर 80 फीसदी सीटें खाली रह जाती हैं. विकल्प टिकट सिस्टम लागू होने के बाद से इन सभी ट्रेनों की सीटों को विकल्प के तौर पर भरा जा सकता है.
हर 2 घंटे में मिलेगा ताजा खाना
वहीं खानपान को लेकर शिकायतों से जूझ रही रेलवे ने हर दो घंटों के बाद बेस किचेन में तैयार किया गया ताजा खाना यात्रियों को परोसने की योजना बनाई है. हर दिन करीब 11 लाख यात्रियों को भोजन मुहैया कराने वाली रेलवे ने हाल ही में लागू नई खानपान नीति के तहत खाना पकाने और वितरण की व्यवस्था अलग कर दी है. खानपान को लेकर यहां एक राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, हमने अपने यात्रियों को अच्छी गुणवत्ता का खाना देने का निर्णय लिया है और इसके लिए हमने अनेक स्थानों पर रसोई घर बनाने का निर्णय लिया है ताकि यात्रा के हर दो घंटे पर ताजा खाना वहां से लिया जा सके.